देश में बदलते न्यूज़ के बीच एक बात तो शायद नहीं बदल सकती और वह है दिल्ली चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल से जुड़ी कंट्रोवर्सीज शायद ही किसी चीफ मिनिस्टर से जुड़े इतने विवाद हमने कुछ सालों में देखे होंगे जो आम आदमी पार्टी चीफ ने इकट्ठे कर लिए हैं और बीते दिनों तो उन्हें लेकर देश में जोरों शोरों से चर्चा हो रही है इसका अभी सबसे टॉप रीजन है उन्हें मिली अभी हाल ही में बेल ऑर्डर जो कि दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट की वेकेशन जज ऑफ जस्टिस न्याय बिंदु ने पास की थी जहां अभी शायद ही कुछ घंटे इस बेल ऑर्डर को हुए थे और जिसके साथ केजरीवाल को ₹1 लाख की बेल बॉन्ड को सबमिट करने को बोला गया था जिसके बाद वे फ्राइडे को जेल से रिहा होने ही वाले थे कि इसमें रोड़े अटका हुए ईडी ने दिल्ली हाई कोर्ट का तुरंत ही रुख किया और आप सुनकर चौक जाएंगे कि वेकेशन पर होने के बावजूद भी इस मामले को फ्राइडे यानी कि आज लिस्ट किया गया है इन फ्रंट ऑफ द वेकेशन बेंच और जस्टिस सुधीर कुमार जैन के सामने और इस मामले में भयानक आर्गुमेंट देखने को मिले हैं जिसने पूरे देश की नजर एक बार फिर से आकर्षित कर ली है इस हियरिंग में अरविंद केजरीवाल की ओर से सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंह भी एक बार फिर से कोर्ट में मौजूद नजर आए हैं सीनियर एडवोकेट विक्रम चौधरी के साथ और वहीं ईडी की ओर से एएस जीी एसवी राजू ने की जीमल को फटकार के साथ-साथ इस बेल ऑर्डर को भी काफी फटकार लगाई है और ऐसा उन्होंने क्या कहा है आइए इस वीडियो में आगे देखते हैं मामले की शुरुआत होती है एसजी एसवी राजू के कहने से कि कैसे इस मामले में ट्रायल कोर्ट का ऑर्डर बिल्कुल भी सही नहीं है और कैसे इस पर तुरंत से स्टे लगाई जानी चाहिए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे जज न्याय बिंदु ने उन्हें इस मामले में अपनी साइट बिल्कुल भी पेश नहीं करने दी और तुरंत ही इस मामले में एक और ऑर्डर सुना दिया ही स्टेटेड यू डोंट हियर मी यू डोंट लुक एट द रिप्लाई सेइंग इट्स बल्की देयर कैन नॉट बी अ मोर परवेसिव ऑर्डर देन दिस विदाउट गोइंग थ्रू डॉक्यूमेंट फाइल बाय बोथ साइड्स विदाउट गिविंग अस एन अपॉर्चुनिटी द मैटर इज डिसाइडेड इट इज द ड्यूटी ऑफ़ द कोर्ट टू पास ऑर्डर्स इन अकॉर्डेंस विद द लॉ विदाउट गोइंग थ्रू द डॉक्यूमेंट हाउ कैन यू से इट्स रेलीवेंट र नॉट रिलेवेंट लेकिन इस बात का पलट जवाब देते हुए सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंह में ने कहा है कि ईडी को इस मामले में करीबन तीन घ घं आर्गुमेंट करने का टाइम मिला है तो वह कैसे कह सकते हैं कि जज ने उन्हें समय बिल्कुल भी नहीं दिया है और उन्हें फटकार हुए स्टेट किया दिस मैटर लास्टेस्ट बिफोर ट्रायल कोर्ट नियर 3 आवर्स 45 मिनट्स वर टेकन बाय मिस्टर राजू एंड देन ट्रायल जज इज फॉल्टेड बिकॉज़ शी डज नॉट रिपीट एवरी कॉमा एंड फुल स्टॉप यहां पर सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने इस बात पर भी एक रोशनी डाली है कि ईडी द्वारा ट्रायल कोर्ट जज नय बिंदु की इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है उनके ऑर्डर को खूब क्रिटिसाइज करते हुए एंड स्टेटेड देयर इज मिसकनसेप्शन अबाउट व्हाट अ बे हियरिंग शुड बी लाइक जस्ट बिकॉज़ देयर इज अ पॉलिटिकल एंटागनिस्ट्स इवॉल्वड एंड इफ ऑल द कॉमस एक्सेट्रा आर नॉट डेल्ट बाय द जज इट गिव्स मिस्टर राजू राइट टू मलाइन द जज दिस इज डिप्लोरेबल सैड इट शुड नेवर हैव कम फ्रॉम अ गवर्नमेंट अथॉरिटी हालांकि एसजी यहां पर शांत नहीं हुए हैं और उन्होंने सीनियर एडवोकेट चौधरी द्वारा उठाए गए इस पॉइंट को भी खूब फटकारा है कि भला वे दिल्ली चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल के लिए स्पेशल ऑर्डर नहीं मांग रहे पर उनकी चीफ मिनिस्टर पोस्ट को ध्यान में रखने की सख्त जरूरत को दर्शा आ रहे थे इन फ्रंट ऑफ़ द ट्रायल जज एंड ही स्टेटेड होल्डिंग अ कॉन्स्टिट्यूशन चेयर इज अ ग्राउंड फॉर बेल दैट मींस एवरी मिनिस्टर विल बी ग्रांटेड बेल यू आर अ चीफ मिनिस्टर सो यू विल बी ग्रांटेड अ बेल अन हर्ड ऑफ देयर कैन नॉट बी एनीथिंग मोर पवर्ड देन दिस आपको बता दें कि अपने ऑर्डर में जज न्याय बिंदु ने कहा है कि ईडी के पास दिल्ली चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कोई डायरेक्ट एविडेंस नहीं है और इसके खिलाफ ईडी ने जस्टिस सुधीर कुमार जैन को समझाया है कि पहले इस मामले की हियरिंग में दिल्ली हाई कोर्ट हैड अर्लिया टेकन इनटू अकाउंट स्टेटमेंट्स मेड बाय अप्रूवर्स वाइल रिजेक्टिंग अ प्ली फाइड बाय केजरीवाल चैलेंजिंग हिज अरेस्ट तो फिर यह कहना कि कोई डायरेक्ट एविडेंस नहीं है बहुत ही शॉकिंग बात है यह सुनकर तो दिल्ली हाई कोर्ट की वेकेशन बेंच भी काफी शॉक दिखी थी जिन्होंने एसजी राजू से सवाल करते हुए पूछ लिया यू आर सेइंग द पॉइंट्स व्हिच वर इलब डेल्ट विथ बाय द हाई कोर्ट हैव नॉट बीन कंसीडर्ड बाय द ट्रायल कोर्ट जिससे एएस जीी एसवी राजू ने एग्री किया है एएस जीी एसवी राजू का इस मामले में एक पॉइंट यह भी था कि ट्रायल कोर्ट का ऑर्डर सेक्शन 45 ऑफ द पीएमएलए को भी वायलेट करता है जिसमें यह साफ-साफ कहा गया है कि द ट्रायल कोर्ट वाइल कंसीडरिंग बेल इन मनी लरिंग केसेस हैव गिवन अ प्राइम फेसी फाइंडिंग दैट द कंसर्न एक्यूज इज नॉट गिल्टी और इस बात को हाईलाइट करते हुए एएस जीी एसवी राजू ने कहा है द ट्रायल कोर्ट हैज नो डिस्क्रीशन इन दिस केस वेयर सेक्शन 45 पीएमएलए इज इवॉल्वड कोर्ट हैज टू गिव अ प्राइमा फेसी फाइंडिंग दैट ही इज नॉट गिल्टी ऑफ़ द फेल्स पैरा 15 ऑफ द ट्रायल कोर्ट ऑर्डर इज कांट्रेरी टू सेक्शन 45 पीएमएलए इन ग्रांटिंग बेल देयर इज नो डिस्क्रीशन दिस पैराग्राफ इज रॉन्ग देयर हैज टू बी अ फाइंडिंग दैट ही इज नॉट गिल्टी एंड देयर इज नो सच फाइंडिंग इन दिस केस उन्होंने यहां पर यह भी ऐड किया है कि इससे ज्यादा बेटर केस तो दिल्ली हाई कोर्ट के सामने आ ही नहीं सकता जिसमें साफ है कि बेल कैंसिल होनी चाहिए हालांकि ईडी के सेक्शन 45 ऑफ द पीएमएलए की वायलेशन वाले पॉइंट पर दिल्ली चीफ मिनिस्टर की ओर से मौजूद सीनियर एडवोकेट विक्रम चौधरी बिल्कुल भी खुश नजर नहीं आए थे जिन्होंने इसे फटकार हुए कहा था देयर आर्गुमेंट इज टुडे कंसर्न विद एनेस्ट परव सिटी इन द ऑर्डर दे से 45 ट्विन कंडीशंस आर नॉट सेटिस्फाइड ही एएस जीी सेज ही वाज नॉट गिवन फेयर अपॉर्चुनिटी एंड दैट इरेलीवेंट मैटेरियल्स वर कंसीडर्ड ऑन ऑल दीज थ्री एस्पेक्ट देयर आर फाइंडिंग्स बाय द लर्नेट ट्रायल कोर्ट इन पैरा 24 द कोर्ट नोटिसेज दैट ईडी हैज फेल्ड टू क्लेरिफाई एज टू हाउ मच टाइम इज रिक्वायर्ड फॉर ट्रेसिंग द रिमेनिंग अमाउंट ऑफ़ र 60 करोड़ उन्होंने आगे जज न्याय बिंदु को डिफेंड करते हुए कहा भी है कि सारे जज एक जैसे नहीं सोचते हैं और उन्होंने भी अपने वे में एक ऑर्डर दिया है जिसको एसजी एसवी राजू ऐसे क्रिटिसाइज नहीं कर सकते एंड स्टेटेड ह्यूमन माइंड डज नॉट वर्क इन कंपार्टमेंट आई एम सेइंग द फर्स्ट 15 पेज ऑफ द ऑर्डर रिकॉर्ड्स एवरीथिंग इन द जजेस ओन मैनर इफ दे हैव टू आर्गू फॉर आवर्स टू मेक अ केस ऑफ पर्वर्सिटी इन द ऑर्डर देन देयर इज नथिंग इन इट जिसके बाद उन्होंने वापस से यही बात दोहराई है कि ईडी के इतने आर्गुमेंट रखने के बावजूद उन्होंने अब तक इस मामले में दिल्ली चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कोई भी प्रॉपर एविडेंस नहीं दिया है एंड स्टेटेड व्हाट इज देयर डायरेक्ट एविडेंस इट इज स्टेटमेंट्स देयर आर फाइंडिंग्स ऑफ द कोर्ट हाउ कैन इट बी टर्म परव दीज फाइंडिंग्स आर आफ्टर कंसीडरेशन ऑफ द मैटेरियल्स हालांकि इस बात से तंग आते हुए हुए कि दिल्ली चीफ मिनिस्टर के खिलाफ ईडी के पास कोई एविडेंस नहीं है सुनकर एसजी एसवी राजू ने भी कोर्ट हियरिंग के दौरान सारे एविडेंस को याद दिलाते हुए स्टेट किया है दिस इज अ रॉन्ग स्टेटमेंट वी रेड मंगता रेडी स्टेटमेंट यू कांट डिसाइड अगेंस्ट मी बट डोंट से रॉन्ग थिंग्स अबाउट मी इन द ऑर्डर दिस रिप्लाई वाज ऑन रिकॉर्ड जज सेज बल्कि आई विल नॉट गो थ्रू इट देन सेज ईडी फेल्ड टू पॉइंट आउट व्हाट काइंड ऑफ ऑर्डर इज दिस आई एम शॉक यहां पर एएस जीी एसवी राजू ने पॉइंट आउट किया कि इस स्कैम के मामले में मंगत्ता रेडी ने दिल्ली चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की है जिसके बाद केजरीवाल से उन्हें 100 करोड़ एज अ ब्राइव की डिमांड की थी एएस जीी एसवी राजू स्टेटेड वी हैव शोन ऑल दिस टू शो दैट ही हैड अ रोल इन द डिमांड ऑफ 100 करोस यट द जज सेज नो डायरेक्ट एविडेंस डायरेक्ट एविडेंस इज इन द फॉर्म ऑफ़ अ स्टेटमेंट देयर इज आल्सो कोरबेन हालांकि यहां पर सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनो सहवी ने भी ट्रायल कोर्ट के ऑर्डर को डिफेंड करते हुए कहा है इट्स अ डिस्क्रीशनरी ऑर्डर कंसीडरिंग ऑल द आर्गुमेंट योर लॉर्ड शिप्स मे रिवर्स इट इन द फाइनल ऑर्डर बट नो स्टे कैन बी ग्रांटेड उन्होंने इस मामले में ईडी द्वारा अर्जेंसी पर भी काफी उंगलियां उठाई और कहा द लॉ इज टोटली बारिंग ऑफ एन इंटरम फर्स्ट डे विदाउट फाइनल हियरिंग ग्रांटिंग स्टे ऑन बेल अनलेस इट इज़ अ टेररिस्ट और व्हेन इट्स इंपॉसिबल टू कंडक्ट ट्रायल मे बी पॉसिबली जेनोसाइड और चाइल्ड रेप केसेस आई डोंट अंडरस्टैंड हाउ विदाउट अ फाइनल हियरिंग स्टेज माय लर्नेट फ्रेंड कैन आस्क योर लॉर्ड शिप्स टू स्टे द ऑर्डर जिसके बाद बैलेंस ऑफ कन्वीनियंस का पॉइंट उठाते हुए सीनियर एडवोकेट सिंगवी ने स्टेट किया एज्यूम योर लॉर्ड शिप्स मे नॉट स्टे द ऑर्डर टुडे आई कम आउट हाउ इज इट इरिवर्सिबल वयर विल ही गो व्हाट विल ही डू टेक द रिवर्स योर लॉर्डशिप स्टीज द ऑर्डर एंड लेटर डिस्मिस द पिटीशन हालांकि आपको बता दें कि एक बहुत बड़ा शॉक देते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने टाइल कोर्ट की ऑर्डर पर एक इंटरम स्टे लगा दिया है यानी कि जो दिल्ली चीफ मिनिस्टर अरवेल केजरीवाल जेल से फ्राइडे को निकलने वाले थे वे आज रिहा नहीं होने वाले हैं और इस मामले में जस्टिस जैन ने ऑर्डर में स्टेट किया है आर्गुमेंट आर हर्ड आई एम रिजर्विंग दिस ऑर्डर फॉर टू थ्री डेज ऑर्डर रिजर्व टिल प्रोनाउंसमेंट द ऑपरेशन ऑफ द इं प्यून ऑर्डर शैल रिमन स्टेड देखना है कि भला कैसे इस मामले में दिल्ली चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल कैसे खुद को जेल से निकालने की कोशिश कर सकते हैं |
Trial Court Order Wrong; ED Tells HC, Slam Bail
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