ओशन फ्लोर पर पड़ी यह टाइटन सबमर्सिबल की वीडियो है, जो 2023 में कहीं गायब हो गई थी। 18 जून 2023 सुबह 9:1 पे मशहूर जमाना अनसिंकेबल टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए टाइटन सबमर्सिबल को नॉर्थ अटलांटिक ओशन में उतारा जाता है। इसमें बैठे पांच लोगों के लिए यह काफी एक्साइटिंग एक्सपेडिन होने वाला था, क्योंकि यह अपनी आंखों से 3800 मीटर की गहराई में टाइटैनिक शिप रेक को पहली बार एक्सपीरियंस करने वाले थे, और आखिरी बार भी।
तकरीबन डेढ़ घंटे के बाद टाइटन से कांटेक्ट टूट जाता है। टाइटन के साथ क्या हुआ? उसमें बैठे पैसेंजर्स जिंदा भी हैं या नहीं? अगले दो दिन दुनिया भर में सिर्फ यही चर्चे चलते रहे। दो दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलने के बाद फाइनली एक खबर आती है कि सर्च टीम को टाइटन के कुछ बिखरे हुए पार्ट्स मिलते हैं, जो इस बात को जाहिर कर रहे थे कि सबमर्सिबल में कोई भी जिंदा नहीं बचा।
हादसे की नई और आधिकारिक जानकारी
टाइटन सबमर्सिबल हादसे के बाद अब पहली बार नई और ऑफिशियल डिटेल्स मंजर आम पर आई हैं। यूएस कोस्ट गार्ड्स ने इन्वेस्टिगेशन के बाद टाइटन और ऊपर खड़ी मदरशिप पोलर प्रिंस के बीच होने वाली बातचीत को पब्लिक कर दिया है। ओशन की गहराई से टाइटन की मदरशिप के साथ क्या-क्या बातें होती रहीं, टाइटैनिक शिप रेक के पास पहुंचकर उनको क्या कुछ नजर आया, और सिग्नल टूटने से पहले मदरशिप को कौन सा आखिरी मैसेज रिसीव हुआ था।
यूएस कोस्ट गार्ड्स ने टाइटन के आधे हल की वीडियो रिलीज की है, जिसे ओशन फ्लोर पर 3775 मीटर की गहराई में अकेले देखा जा सकता है। यह सबमर्सिबल का पिछला हिस्सा मालूम होता है, जिसका मतलब है कि फटने वाला असल में अगला हिस्सा था, जहां पांचों पैसेंजर्स बैठे थे। कोस्ट गार्ड्स की तरफ से जारी की गई दूसरी वीडियो में सबमर्सिबल का अगला हिस्सा भी दिखाया गया है, जो कि पूरी तरह तबाह हालत में है।
हादसे का कारण: ओशन प्रेशर से इंप्लोज़न
कार्बन फाइबर के पीसेज ओशन फ्लोर पर बिखरे हुए दिखाई देते हैं, जिससे यह साबित होता है कि टाइटन का अगला हिस्सा ओशन के प्रेशर से इंप्लोज़ हुआ था। यानी पानी का प्रेशर पहले अगले हिस्से में हल को क्रैश करता हुआ घुसा, और उसी प्रेशर से पिछला हिस्सा अलग हो गया। समंदर के बॉटम पर यह हिस्सा एक रिमोट कंट्रोल्ड सबमर्सिबल ने ढूंढा, जिसे टाइटन से कांटेक्ट टूटने के तीन दिनों के बाद 22 जून 2023 को भेजा गया था।
हैरत अंगेज तौर पर, टाइटैनिक का मलबा देखने गई सबमर्सिबल का मलबा खुद टाइटैनिक से सिर्फ 1600 फीट के फासले पर मिला। यह और भी हैरान करने वाली बात थी, जब पता चला कि 112 साल पहले टाइटैनिक की फर्स्ट क्लास टिकट केवल 150 पाउंड की थी, और आज की करेंसी में यह $300 के करीब बनती है। वहीं, टाइटन में मौजूद पैसेंजर्स ने $5000 की टिकट खरीदी थी।
टाइटन के पैसेंजर्स और उनके अंतिम क्षण
टाइटन में कुल तीन टूरिस्ट थे, जिनमें दुबई के मशहूर बिजनेसमैन हमेश हार्डिंग, पाकिस्तानी फैमिली के सदस्य शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद शामिल थे। इनके साथ टाइटन के मालिक स्टॉकटन रश और टाइटैनिक शिप रेक के एक्सपर्ट पॉल हेनरी नर्ज भी मौजूद थे।
हादसे के बाद की जांच और सवाल
इस हादसे के बाद सब यही जानना चाहते थे कि आखिर टाइटन के साथ ऐसा क्या हुआ? क्या ओशन प्रेशर ने इसे फाड़ दिया? 2018 में ओशन गेट के डायरेक्टर डेविड लोकरीज ने टाइटन की सेफ्टी पर सवाल उठाए थे, लेकिन उनकी चेतावनी को अनसुना कर दिया गया। टाइटन एक एक्सपेरिमेंटल सबमर्सिबल थी और इसे किसी डिपार्टमेंट से सर्टिफाई नहीं किया गया था। इन्वेस्टिगेशन में यह बात सामने आई कि टाइटन का कार्बन फाइबर हल 4000 मीटर की गहराई में सेफ नहीं था।
घटना का आखिरी संवाद
टाइटन और मदरशिप के बीच आखिरी संवाद 18 जून 2023 को हुआ था, जब टाइटन की गहराई 3346 मीटर थी। टाइटन का आखिरी मैसेज था, "ड्रॉप टू वेट्स," जिसका मतलब था कि वह अपने वजन को कम करके नीचे जाने की स्पीड कम कर रहे थे। इसके बाद, टाइटन का कांटेक्ट हमेशा के लिए टूट गया।
निष्कर्ष
टाइटन सबमर्सिबल हादसा एक बड़ी सीख है, जो हमें यह बताता है कि चाहे हम कितनी भी तकनीक विकसित कर लें, हमें सुरक्षा के मानकों का पालन करना जरूरी है। इस हादसे ने टाइटनिक के हादसे की ही तरह मानव जीवन की नाजुकता को एक बार फिर से उजागर कर दिया।